Top Letters
recent

रक्षाबंधन पर भाई के नाम एक आज़ाद ख़्याल बहन का ख़त, "बहनों को वो गिफ्ट क्यों नहीं देते जिसकी उन्हें सबसे ज्यादा जरूरत है"

प्यारे भईया,

आज हमारा त्योहार है आपका और मेरा...जिसे दुनिया रक्षाबंधन के नाम से मनाती है आज बहनें अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांध रही हैं उन्हें मिठाई खिला रही हैं और भाई उनकी रक्षा करने का वादा कर रहे हैं। हर रक्षा बंधन पर यही होता है बहनें राखी बांधती हैं और भाई अपनी बहनों की रक्षा करने का वचन देते हैं। यही परंपरा सालों से चली आ रही है और इस परंपरा के साथ हम भी चले जा रहे हैं। 

लेकिन भईया एक बात मेरे मन में हर रक्षा बंधन पर आती है और अटक कर रह जाती है वो ये कि अब तक क्यों किसी ने ठहरकर नहीं सोचा कि इस परंपरा को अब तोड़ दिया जाए...क्यों किसी भाई ने ये नहीं सोचा कि राखी के बदले हमेशा बहन को सुरक्षा देने का वचन क्यों देना है? क्यों नहीं वो अपनी बहनों को वो चीज देते जिसकी उन्हें सबसे ज्यादा जरूरत होती है और वो है आज़ादी.

आज़ादी अपने सपनों को पूरा करने की आजादी बेरोक टोक जिंदगी जीने की दरअसल भाईयों को जरूरत है अपनी बहनों के मन की बात जानने की जिसमें शायद बहनें अपने भाईयों से ये कहना चाहती हों कि आप हमें हमारी रक्षा का वचन मत दो बस हमें थोड़ी सी आजादी दे दो हमें पढ़ने का मौका दिलवा दो हम कुछ बन जाएंगे...कुछ कर जाएंगे तो आपको हमारी सुरक्षा की जिंता करने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी हम खुद सक्षम होंगे अपनी रक्षा करने में और अपनी ही क्यों..."वक्त आने पर हम आपकी भी रक्षा कर सकते हैं"...सुनने में थोड़ा अजीब लगा होगा ना भईया...?

लगना ही चाहिए क्योंकि समाज ने हमारे लिए सोच ही ऐसी बना रखी है कि हम कमजोर हैं और आप ही हमारी रक्षा कर सकते हैं लेकिन हम भी कर सकते हैं...बस हो सके तो इस रक्षाबंधन आप हमें हमारे हिस्से की आजादी दिलवा दो...रक्षा वक्षा हम अपनी खुद कर लेंगे।

आपकी आज़ाद ख्याल बहन...

Myletter

Myletter

Powered by Blogger.