चिट्ठी वाले नगमे ख़त किसलिए रखे हैं जला क्यों नहीं देते तेरे ख़ुशबू में बसे ख़त मैं जलाता कैसे? कबूतर जा, जा, जा, कबूतर जा जा जा चिट्ठी आई है, आई है, चिट्ठी आई है ख़त लिख दे सांवरिया के नाम बाबू लिखे जो ख़त तुझे, वो तेरी याद में तुम्हारे ख़त में नया इक सलाम प्यार का पहला खत लिखने में डाकिया डाक लाया, डाक लाया उसका जो ख़त मिला तो मुझे वो खत के पुर्ज़े उड़ा रहा था हमने सनम को ख़त लिखा फूल तुम्हे भेजा है ख़त में