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'भक्तों' के नाम हिंदू ह्रदय सम्राट का खत, मुझे आप जैसे लोगों की ही जरूरत है, जो मेरे उलजलूल फार्मूले मानें और उनका गुणगान करें

- राजीव श्रीवास्तव

प्रिय भक्तों,

मैंने आपको इतने झटके दिए लेकिन आप पर कोई फर्क नहीं पड़ा। आप उसी बेशर्मी से मेरे साथ खड़े रहे जैसे 2014 में हिन्दू राष्ट्र और 15 लाख के लालच में खड़े थे। मिल गया हिन्दू राष्ट्र? मिल गए 15 लाख? नहीं न? फिर भी आपकी भक्ति में कमी नहीं आई। लाजवाब। मुझे ऐसे ही लोगों की जरूरत है जो न सिर्फ मेरे उलजलूल फार्मूले मानें बल्कि दूसरों को भी उन फॉर्मूलों के अच्छे गुण बताएं। गुण चाहे हो चाहे न हों। 

मेरे झटकों की श्रृंखला शुरू हुई नोट बंदी से। जब लागू करी तब सिर्फ वो एक दिन का सुल्तान भिश्ती मेरे दिमाग में था। टीवी पर मैं गांजा पीकर आया और पता नहीं क्या क्या बोला। कालाधन, आतंकवाद, नेहरु, मुझे फांसी और पता नहीं क्या क्या। फिर आप लाइन में लगे। कुछ लोग मर भी गए। मगर आपने मेरी बात रखी। घंटा कुछ खत्म नहीं होना था। हुआ भी नहीं। मुझे इतिहास याद रखेगा अब। 

दूसरा झटका दिया जीएसटी में। रातों रात आपकी जेब काट ली। आपको पता भी नहीं चला। आप जब उसे मास्टरस्ट्रोक कह कर लोगों को बरगला रहे थे तो मैं और भ्रमित भाई बैठे आपके ऊपर हंस रहे थे। 4% वाला आइटम आप 28% में खरीद रहे थे। और मेरे गुणगान कर रहे थे। 

तीसरा झटका दिया पेट्रोल डीजल के दाम में। जब दुनिया में पेट्रोल सस्ता हो रहा था तब आप मूर्ख की तरह इतना महंगा पेट्रोल भरा रहे थे। आप की भक्ति की वजह से ही राजकाज चल रहा है। कोई और देश होता तो मैं अब तक सड़कों पर दौड़ाया जा रहा होता। आपकी वजह से आज भी राज कर रहा हूं। 

चौथा और शायद सबसे ख़तरनाक झटका था लॉक डॉउन का। मैंने ट्रंप साहब की जी हुजूरी कर ली। एमपी में सरकार गिरा दी। उसके बाद बिना किसी को बताए देश को लॉक डॉउन में धकेल दिया। आप सोच रहे थे कि आप की जान की फ़िक्र है। अगर ऐसा नहीं सोचते तो भक्त थोड़ी कहलाते!! फिर मज़दूर पैदल चले। मैंने ध्यान ही नहीं दिया। मज़दूर अपने आप घर भी पहुंच गए। कुछ खर्च भी हो गए। दुख मुझे भी हुआ लेकिन सरकार गिराना भी तो जरूरी था दोस्तों। नतीजा ? करोड़ों बीमार और लाखों मृत।

यह तो बड़े बड़े झटके थे। मैंने तो ऐसे ऐसे नियम बनाए की अब यह कांग्रेसी चाटुकार, मुल्ले, अर्बन नक्सल, आतंकवादी और पाकिस्तान कभी मुझे भूल नहीं सकते। आप तो खैर क्या ही भूलोगे। भूलते तो भक्त कहलाते ?

अभी 2024 भी जीतना है। तब 25 लाख का वादा करूंगा। पूरा विश्वास है कि बिना देश की चिंता किए आप तब भी मेरा साथ दोगे। उसी बेशर्मी से। भले आप कितनी गालियां खाओ दोस्तों, हो सकता है लोग पीटें भी। लेकिन आपका वोट मुझे ही मिलना चाहिए। आपके इस बेशर्म सपोर्ट के लिए आपका धन्यवाद। 

आपका 

हिंदू हृदय सम्राट

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