डियर पापा,
आप हर रविवार को मुझे रीगल चौक ले जाते थे। हम दोनों मिलकर किताबें खरीदते थे। उस रविवार को भी मैं जल्दी ही उठ गई थी। आप जब मुझे जगाने नहीं आए तो मैं आपके पास गई। लेकिन आप वहां नहीं थे। पापा 26 जुलाई के बाद से कई रविवार गुजर चुके हैं। फिर भी मेरा दिल यह मानने को तैयार नहीं है कि आप कहीं गायब हो गये हैं।
मैंने इससे पहले कभी भी आपको इतना मिस नहीं किया था। जिस तरह से मेरे अंदर भावनाएं उठ रही हैं आपको लेकर, वैसी पहले कभी नहीं थीं। आप यह नहीं जान सकते हैं कि आपके बिना मैं कैसे-किस तरह से एक-एक पल काट रही हूं। मुझे इस वक्त आपकी कितनी जरूरत है, यह नहीं समझ पा रहे हैं आप !
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अपने कंधे पर आपके हाथों-अंगुलियों को मैं मिस कर रही हूं। जिस समय मैं खुद को शक्तिहीन और डरा हुआ महसूस करती हूं, तब आपके स्पर्श को सबसे अधिक मिस करती हूं। मुझे आपके हाथों की जरूरत है। मैं रोज अल्लाह से इबादत करती हूं कि आपका हाथ हमेशा मेरी मजबूती बन कर साथ रहे। लेकिन, हकीकत यही है कि आप 'मिसिंग' हैं।
पापा, आप मुझे क्षमा करना, क्योंकि जितना आपने मेरे लिये किया है, उतना मैं आपके लिए नहीं कर पा रही हूं। आप अब तक के मेरे सर्वश्रेष्ठ टीचर, मेंटर और दोस्त हैं। जानती हूं कि मैं कभी भी आपकी अच्छी बेटी नहीं बन सकी। पर, आप सबसे अच्छे पापा तो हैं ही।
मुझे याद है कि बचपन में मैं अस्थमा से जूझती रहती थी, तब आपने मेरा ख्याल रखा। दवाएं दीं और ठीक किया। आज आपको मेरी जरूरत है। लेकिन, मैं खुद को बेबस, लाचार और असहाय महसूस कर रही हूं। मैं आपको देखना चाहती हूं। डरी हुई भी हूं कि आप किस अनजान जगह पर हैं अभी। मैं लाख कोशिशों के बाद भी आपको खोज नहीं पा रही हूं। मैं आपको बचा नहीं पा रही हूं। मैं आपकी मदद के लिए कुछ भी तो नहीं कर पा रही हूं। मैं असहाय हूं। मैं रो रही हूं। जब भी रोती थी तो आप मेरे आंसुओं को पोंछते थे पापा। आप कहां हैं अभी, मैं फिर रो रही हूं।
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मां भी रो रही हैं। प्यारे से मइकान ने भी स्कूल जाना बंद कर दिया है। लाखों खामोशियों से भरे रास्तों से जाने के क्रम में मैं अपनी आंखों को बंद कर आपसे बात भी कर रही हूं। आप इस दुनिया के सबसे अच्छे पापा हैं। मुझे माफ करेंगे, मैं आपकी मदद करने में असमर्थ हूं। असहाय हूं। पापा, मुझे पता है कि आपका दिल बहुत ही बड़ा है। आप अपनी निंदा करनेवालों और बुरा चाहनेवालों को भी माफ कर देते हैं। आप मुझे माफ करेंगे, क्योंकि मैं खुद को माफ नहीं कर पा रही हूं।
मैं कल्पना कर रही हूं कि आप दर्द में हैं। आपकी सुरक्षित बरामदगी के लिए मैं कुछ भी कर सकती हूं। कुछ भी खर्च कर सकती हूं, अगर मैं आपको पा सकूं। आप लौट कर आ गये तो फिर मैं कभी भी आपको जाने नहीं दूंगी। मैं महसूस कर रही हूं कि आप कहीं से भी मुझे देख रहे हैं। मैं अकेली हूं। आपको मिस कर रही हूं। मुझे माफ करेंगे।
सभी आपको याद कर रहे हैं और इसमें बेपनाह दर्द छिपा हुआ है। मुझे आपने हर चीज सिखाई-बताई है, सिवा इसके कि आपके बिना मैं किस तरह जिंदा रहूं। पापा, आप हर दुख और दर्द में मुझे सांत्वना देते थे। आपके शब्द ही दवा की तरह काम करते थे। इस समय आप अकेले हैं और मुझे नहीं पता कि किस तरह से आपको खोजूं।
मैं एक बुरी बेटी के तौर पर खुद को महसूस कर रही हूं, जो असहाय होकर आपको खोज नहीं पा रहा हूं। आपने मुझे हमेशा अपनी बहादुर राजकुमारी कहा है। लेकिन, मैं आपकी बहादुर राजकुमारी नहीं हूं। आप उस तरह के पिता हैं, जिन्होंने मुझ जैसे बच्चे को जीना सिखाया। प्यार दिया। समर्थन दिया। लेकिन इस बुरे वक्त में आपकी बेटी हनी यूजलेस है। वह आपके लिए कुछ भी करने में लाचार है। बेबस है। मुझे माफ करें।
आपकी राजकुमारी
हाना
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आप हर रविवार को मुझे रीगल चौक ले जाते थे। हम दोनों मिलकर किताबें खरीदते थे। उस रविवार को भी मैं जल्दी ही उठ गई थी। आप जब मुझे जगाने नहीं आए तो मैं आपके पास गई। लेकिन आप वहां नहीं थे। पापा 26 जुलाई के बाद से कई रविवार गुजर चुके हैं। फिर भी मेरा दिल यह मानने को तैयार नहीं है कि आप कहीं गायब हो गये हैं।
मैंने इससे पहले कभी भी आपको इतना मिस नहीं किया था। जिस तरह से मेरे अंदर भावनाएं उठ रही हैं आपको लेकर, वैसी पहले कभी नहीं थीं। आप यह नहीं जान सकते हैं कि आपके बिना मैं कैसे-किस तरह से एक-एक पल काट रही हूं। मुझे इस वक्त आपकी कितनी जरूरत है, यह नहीं समझ पा रहे हैं आप !
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पापा, आप मुझे क्षमा करना, क्योंकि जितना आपने मेरे लिये किया है, उतना मैं आपके लिए नहीं कर पा रही हूं। आप अब तक के मेरे सर्वश्रेष्ठ टीचर, मेंटर और दोस्त हैं। जानती हूं कि मैं कभी भी आपकी अच्छी बेटी नहीं बन सकी। पर, आप सबसे अच्छे पापा तो हैं ही।
मुझे याद है कि बचपन में मैं अस्थमा से जूझती रहती थी, तब आपने मेरा ख्याल रखा। दवाएं दीं और ठीक किया। आज आपको मेरी जरूरत है। लेकिन, मैं खुद को बेबस, लाचार और असहाय महसूस कर रही हूं। मैं आपको देखना चाहती हूं। डरी हुई भी हूं कि आप किस अनजान जगह पर हैं अभी। मैं लाख कोशिशों के बाद भी आपको खोज नहीं पा रही हूं। मैं आपको बचा नहीं पा रही हूं। मैं आपकी मदद के लिए कुछ भी तो नहीं कर पा रही हूं। मैं असहाय हूं। मैं रो रही हूं। जब भी रोती थी तो आप मेरे आंसुओं को पोंछते थे पापा। आप कहां हैं अभी, मैं फिर रो रही हूं।
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मैं कल्पना कर रही हूं कि आप दर्द में हैं। आपकी सुरक्षित बरामदगी के लिए मैं कुछ भी कर सकती हूं। कुछ भी खर्च कर सकती हूं, अगर मैं आपको पा सकूं। आप लौट कर आ गये तो फिर मैं कभी भी आपको जाने नहीं दूंगी। मैं महसूस कर रही हूं कि आप कहीं से भी मुझे देख रहे हैं। मैं अकेली हूं। आपको मिस कर रही हूं। मुझे माफ करेंगे।
सभी आपको याद कर रहे हैं और इसमें बेपनाह दर्द छिपा हुआ है। मुझे आपने हर चीज सिखाई-बताई है, सिवा इसके कि आपके बिना मैं किस तरह जिंदा रहूं। पापा, आप हर दुख और दर्द में मुझे सांत्वना देते थे। आपके शब्द ही दवा की तरह काम करते थे। इस समय आप अकेले हैं और मुझे नहीं पता कि किस तरह से आपको खोजूं।
मैं एक बुरी बेटी के तौर पर खुद को महसूस कर रही हूं, जो असहाय होकर आपको खोज नहीं पा रहा हूं। आपने मुझे हमेशा अपनी बहादुर राजकुमारी कहा है। लेकिन, मैं आपकी बहादुर राजकुमारी नहीं हूं। आप उस तरह के पिता हैं, जिन्होंने मुझ जैसे बच्चे को जीना सिखाया। प्यार दिया। समर्थन दिया। लेकिन इस बुरे वक्त में आपकी बेटी हनी यूजलेस है। वह आपके लिए कुछ भी करने में लाचार है। बेबस है। मुझे माफ करें।
आपकी राजकुमारी
हाना
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